मौनी अमावस्या के लिए रेलवे है पूरी तरह तैयार, हर 4 मिनट पर एक ट्रेन चलेंगी. कुल मिलाकर 360 से भी ज्यादा रेल गाड़ियां चलेंगी
- रेलवे बोर्ड के चेयरमैन, सतीश कुमार ने मीडिया को बताया कि..
- मौनी अमावस्या के अमृत स्नान के लिए भारतीय रेल रिकॉर्ड 360 ट्रेनें चला रही है।
- स्टेशनों पर जरूरतमंदों को मदद के लिए 24 घंटे RPF और रेल कर्मयोगी तैनात
- रेलवे स्टेशन के बाहर होल्डिंग एरिया में यात्रियों के ठहरने का व्यापक प्रबंध
ब्यूरो बिरेंद्र कुमार
नई दिल्ली: महाकुम्भ 2025 के मौनी अमावस्या के अमृत स्नान को लेकर भारतीय रेल ने व्यापक प्रबंध किया है।
मंगलवार को रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी सतीश कुमार ने इस संबंध में रेल भवन में मीडिया से बातचीत की।
उन्होंने कहा कि मौनी अमावस्या के अमृत स्नान के लिए हम 29 जनवरी को कुल 360 ट्रेनें चला रहे हैं। प्रयाग महाकुंभ के किसी एक दिन के लिए ये भारतीय रेल का ऑल टाइम हाई नंबर है।
संवाददाताओं से बातचीत करते हुए सतीश कुमार ने कहा कि 29 जनवरी को मौनी अमावस्या के दिन विशाल जनसमूह पवित्र स्नान के लिए प्रयाग पहुंचता है।
इसको ध्यान में रखकर रेलवे अपनी तैयारियों को अगले स्तर पर लेकर गया है। ट्रेन चलाने से लेकर प्लेटफॉर्म तक, हर जगह यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा का पूरा ख्याल रखा जा रहा है।
रेगुलर और मेल स्पेशल मिलाकर मौनी अमावस्या के अमृत स्नान के लिए कुल 360 ट्रेनें चलाई जाएंगी। 29 जनवरी को हर 4 मिनट पर महाकुम्भ के लिए एक ट्रेन चलेगी।
13-14 जनवरी को हमने 130 से अधिक स्पेशल ट्रेनें चलाई थीं, उसके रिस्पॉन्स को ध्यान में रखकर मौनी अमावस्या के दिन ज्यादा से ज्यादा गाड़ियों के संचालन की व्यवस्था की गई है।
यात्रियों की सुविधा के लिए 24 घंटे तैनात हैं रेल कर्मयोगी
रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों के पहुंचने के बाद बुजुर्ग और जरूरतमंदों को रेल सुरक्षा बल के जवान और अन्य रेल कर्मयोगियों द्वारा कंधों और पालकियों पर लेकर पर पहुंचा रहे हैं।
ऐसे दृश्य अक्सर प्रयागराज और आसपास के रेलवे स्टेशनों पर देखे जा रहे हैं। जो सेवा और भक्ति की मिसाल पेश करता है।
उन्होंने आगे कहा कि रेलवे स्टेशन और मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं के लिए चौबीस घंटे मेडिकल सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। ट्रेन के एक स्थान से चलकर अपने गंतव्य तक पहुंचने के दौरान रेलवे सुरक्षा बल के जवान पूरी तरह सुरक्षा में तैनात हैं।
होल्डिंग एरिया में व्यापक व्यवस्था
इस भव्य आयोजन में विशाल जनसमूह को संभालने के लिए होल्डिंग एरिया बहुत महत्वपूर्ण हो जाता है। रेलवे स्टेशनों के बाहर जो कलर कोडिंग होल्डिंग एरिया बनाए गए हैं, वहां यात्रियों को हर तरह की सुविधाएं दी जा रही हैं।
स्नान के बाद स्टेशन आ रहे यात्रियों को अगली ट्रेन तक के लिए रोकना सबसे बड़ी चुनौती है। लेकिन हमारे रेल कर्मयोगी दिन रात श्रद्धालुओं की सेवा में लगे हुए हैं, जिसकी वजह से इतना बड़ा आयोजन इतनी सुगमता से सफलता की ओर बढ़ रहा है।
यात्रियों का भी हमें पूरा सहयोग मिल रहा है। रेलवे परिसर में लगाए गए लगभग 1200 सीसीटीवी कैमरों के जरिए सुरक्षा और दूसरी ज़रूरी व्यवस्थाओं की निगरानी की जा रही है।
प्रयागराज जंक्शन के पास स्थित खुसरो बाग के होल्डिंग एरिया में 1 लाख से अधिक लोगों के बैठने की व्यवस्था की गई है। स्वयंसेवी संस्थाओं की मदद से श्रद्धालुओं और यात्रियों को फूड पैकेट एवं कई दूसरी जरूरी की चीज भी होल्डिंग एरिया में दी जा रही हैं।
भारतीय रेल ने अपनी सेवा और सुरक्षा के जरिए करोड़ों श्रद्धालुओं के सफर को आसान बनाने के साथ, उन्हें यह अहसास दिलाया कि भारतीय रेल हर यात्रा में उनका सच्चा साथी है।
इस वर्ष के दिव्या एवं भव्य महाकुम्भ में भारतीय रेल यात्रियों की सेवा को अपना ध्येय बनाते हुए अधिक से अधिक लोगों की सहायता हेतु संकल्पित है।